क्यों बहुप्रतिभाशाली रचनात्मक लोग सही नौकरी नहीं पा पाते – और क्यों यह कोई कमी नहीं है

 

क्यों बहुप्रतिभाशाली रचनात्मक लोग सही नौकरी नहीं पा पाते – और क्यों यह कोई कमी नहीं है




एक ऐसी दुनिया में जहाँ विशेषज्ञता को सबसे अधिक महत्व दिया जाता है, वहाँ बहुप्रतिभाशाली होना कभी-कभी अभिशाप जैसा महसूस होता है। आप कई चीज़ों में माहिर हैं—चित्रण, एनीमेशन, लेखन, डिज़ाइन, मार्केटिंग—लेकिन जो नौकरियाँ आपको मिलती हैं, वे आपकी सभी प्रतिभाओं की कद्र नहीं करतीं। आपसे बार-बार कहा जाता है कि "एक दिशा चुनो", जबकि आपके अंदर की रचनात्मक आत्मा चीखकर कहती है, "मैं खुद को सीमित क्यों करूँ?"

अगर आपने ऐसा कभी महसूस किया है—तो आप अकेले नहीं हैं।

बहुप्रतिभाशाली लोग अक्सर कम आंकें जाते हैं, अनदेखा कर दिए जाते हैं, या फिर उन्हें समझा ही नहीं जाता—क्योंकि उनके जैसे लोग पारंपरिक नौकरी प्रणाली में फिट नहीं बैठते।

आइए इस सच्चाई को थोड़ा गहराई से समझते हैं।


🎯 विशेषज्ञ बनने का भ्रम

स्कूल से लेकर कॉरपोरेट जगत तक, हमें सिखाया जाता है कि एक ही क्षेत्र में माहिर बनो। लेकिन अगर आप कई क्षेत्रों में निपुण हैं तो क्या? क्या होगा अगर आपका मन एक ही दिन में एक कहानी लिखने, एक सीन स्केच करने और एक एनिमेशन बनाने में रम जाता है?

असलियत ये है: दुनिया लोगों को नहीं, रोल्स को हायर करती है।
अगर आपकी प्रतिभा एक जॉब टाइटल में फिट नहीं होती, तो कई बार कंपनियाँ आपको नज़रअंदाज़ कर देती हैं।


🌟 आप एक बाधा नहीं, बदलाव हैं

बहुप्रतिभाशाली होना भ्रमित होने का संकेत नहीं है, यह इस बात का प्रमाण है कि आप अनुकूल, बहुमुखी और कल्पनाशील हैं। आप ‘हर काम का थोड़ा जानकार’ नहीं हैं—बल्कि आप एक रचनात्मक दूरदर्शी हैं जो वो कड़ियाँ जोड़ सकते हैं जो दूसरों को दिखती ही नहीं।

आप विभागों के बीच पुल बनते हैं। आप नए विचारों के उत्प्रेरक हैं। लेकिन पारंपरिक नौकरियाँ अक्सर ऐसे लोगों को पहचान नहीं पातीं।


🔍 सही नौकरी नहीं मिल रही? इसका कारण

सच यह है: शायद आप नौकरी के लिए बने ही नहीं हैं।
आप बनाने, नेतृत्व करने और रचने के लिए बने हैं।

बहुप्रतिभाशाली लोग अक्सर अपने स्टूडियो खोलते हैं, यूट्यूब चैनल शुरू करते हैं, किताबें लिखते हैं, या नई कहानी कहने की विधाएं विकसित करते हैं। क्योंकि वे सिस्टम में फिट नहीं बैठते—वे नया सिस्टम बनाते हैं।

आपकी बेचैनी असफलता नहीं है—वह मिसअलाइन्मेंट है। यह सिस्टम टूटा नहीं है, बस यह आपके जैसे लोगों के लिए बना ही नहीं था।


🛠️ अब क्या करें?

अगर आप इस संघर्ष से गुजर रहे हैं, तो ये कदम मदद कर सकते हैं:

1. अपनी कहानी को अपनाएँ

अपने ब्रांड को ऐसे प्रस्तुत करें कि वह आपकी बहुमुखी प्रतिभा को उजागर करे। अपनी विविधता को शर्म की नहीं, शक्ति की तरह पेश करें।

2. पोर्टफोलियो बनाएं, सिर्फ रिज़्यूमे नहीं

ब्लॉग शुरू करें, यूट्यूब चैनल बनाएँ, या इंस्टाग्राम पोर्टफोलियो तैयार करें। अपने काम को अपनी पहचान बनने दें।

3. अपने जैसे लोगों की तलाश करें या कम्युनिटी बनाएँ

ऐसे क्रिएटिव्स के साथ जुड़ें जो आपको समझते हैं, या खुद एक ऐसी कम्युनिटी खड़ी करें जो बहुप्रतिभाओं का जश्न मनाती हो।

4. अपने अवसर खुद बनाएं

अपना स्टूडियो शुरू करें (जैसे Morpix Studio), अपनी कॉमिक्स या एनिमेशन लॉन्च करें, डिजिटल प्रोजेक्ट बनाएं।
जिस नौकरी की तलाश है, वो शायद अभी तक बनी ही नहीं—क्योंकि उसे आपको ही बनाना है।


आपकी रचनात्मकता आपकी ताकत है

बहुप्रतिभाशाली क्रिएटिव्स ही वो लोग होते हैं जो नई संभावनाएं देखते हैं, सीमाओं को तोड़ते हैं, और वो जोड़ बनाते हैं जो औरों को सूझता भी नहीं।

अगर आपने कभी सोचा है कि आप कहीं "फिट" नहीं होते—तो शायद इसलिए कि आप फिट होने के लिए नहीं, नेतृत्व करने के लिए बने हैं।


लेखक: भूपेन्द्र अहलूवालिया
संस्थापक और CEO, Morpix Studio | भारतीय पौराणिक कथाओं के रचनाकार | विज़ुअल स्टोरीटेलर

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